अगले 5 साल में बिजली संकट से मुक्त हो जाएगा उत्तराखंड: CM धामी

– पिटकुल ने सरकार को दिया 11 करोड़ लाभांश, सीएम ने थपथपाई पीठ, 5 साल में ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का लक्ष्य

– पिछले वर्षों में सरकार को पांच-पांच करोड़ का लाभांश दे रहा था पिटकुल, सीएम बोले निगमों को देंगे पूरा सहयोग 

जनपक्ष टुडे ब्यूरो, देहरादून: : पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन ऑफ0 उत्तराखंड लिमिटेड (पिटकुल) ने पहली बार राज्य सरकार को 11 करोड़ रुपये का लाभांश प्रदान किया है. इससेपहले के वर्षों में पिटकुल की ओर से पांच-पांच करोड़ रुपये का वार्षिक लाभांश दिया जा रहा है. हालांकि, एक वर्ष में ही पिटकुल का वार्षिक लाभ 26.99 करोड़ रुपये से बढ़कर 141. 67 करोड़ पहुंच गया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पिटकुल के प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी ने लाभांश का चेक सौंपा. मुख्यमंत्री ने पिटकुल के कार्यों को सराहते हुए गतिमान कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए.

सीएम पुष्कर सिंह धामी को पुष्प गुच्छ भेंट करते MD पीसी ध्यानी। 

CM ने थपथपाई MD की पीठ

रविवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड को ऊर्जा प्रदेश बनाने के लिए विद्युत निगमों को पूरी सक्रियता से सहयोगी बनना होगा। राज्य स्थापना की मूल संकल्पना में उत्तराखण्ड को ऊर्जा प्रदेश बनाना था। उन्होंने कहा कि ऊर्जा और वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा लगातार कार्य किये जा रहे हैं। राज्य सरकार का प्रयास है कि आगामी पांच साल में उत्तराखण्ड में राज्य की मांग के हिसाब से ऊर्जा का उत्पादन हो। ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने पिटकुल के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सितम्बर 2024 में पिटकुल के जिन 5 नये उपकेन्द्रों का शिलान्यास किया गया उनके कार्यों में तेजी लाई जाए। इस दौरान सीएम ने पिटकुल की ओर से बिजली क्षेत्र में किए जा रहे उम्दा प्रदर्शन के लिए प्रबन्ध निदेशक पीसी ध्यानी की पीठ भी थपथपाई।

मुख्यमंत्री को पिटकुल के लाभांश का चेक भेंट करते एमडी श्री ध्यानी। 

5 साल में ऊर्जा जरूरतें हो जाएंगी पूरी, सहयोगी बनें निगम

सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड अगले 5 साल में बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनेगा। सरकार ने पांच सालों में बिजली का उत्पादन राज्य की तय मांग से दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। इससे राज्य ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के साथ ही देश में भी बिजली की जरूरतों को पूरा कर सकेगा। सरकार इसके लिए जल विद्युत परियोजनाओं के साथ ही थर्मल पावर पर जोर दे रही है। पिटकुल की ओर से रविवार को सीएम आवास में आयोजित कार्यक्रम में खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह ऐलान किया। इस दौरान पिटकुल एमडी पीसी ध्यानी की ओर से सीएम धामी को लाभांश के रूप में 11 करोड़ की धनराशि का चेक प्रदान किया गया। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड को ऊर्जा प्रदेश बनाने को विद्युत निगमों को पूरी सक्रियता से सहयोगी बनना होगा।, जिससे राज्य बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सके। सीएम ने अफसरों को निर्देश दिए कि सितंबर में पिटकुल के जिन पांच नए सब साबरी का शिलान्यास किया गया, उनके कार्यों में तेजी लाई जाए।

दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ करते सीएम पुष्कर सिंह धामी, एमडी पिटकुल पीसी ध्यानी व अन्य अतिथिगण। 

राज्य में बिजली की मांग और उपलब्धता में बड़ा अंतर

राज्य की मौजूदा समय में बिजली की मांग 2600 मेगावाट है। अपने सोतों से उपलब्धता 1000 मेगावाट है। सरकार ने पांच साल में उत्पादन का 5500 मेगावट करने का लक्ष्य रखा है। थर्मल पावर के लिए राज्य को कोल ब्लॉक अलॉट हो चुक है। टीएचडीसी के साथ मिलकर प्लांट लगाने की तैयारी है। हाइड्रो को लंबित परियोजनाओं के नाओं के साथ ही पंप स्टोरेज प्लांट पर काम चल रहा है।

कार्यक्रम के दौरान सीएम को स्मृति चिन्ह भेंट करते एमडी पिटकुल। 

एक साल में 26 करोड़ से 141 करोड़ पहुंचा मुनाफा, विद्युत उपभोक्ताओं को भी पहुंच रहा लाभ

पिटकुल के प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी ने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह ध्यानी के मार्गदर्शन में निगम ने वर्ष 2022- 2023 में 26.99 करोड़ लाभ कमाया। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 141.67 करोड़ का लाभ कमाया। पिटकुल तीन सालों से शासन को हर साल पांच करोड़ का लाभांश देता था। इस साल लाभांश बढ़ाकर 11 करोड़ दिया गया। पिटकुल की ट्रांसमिशन उपलब्धता भी 99.70 प्रतिशत है, जो निर्धारित मानकों से 98 प्रतिशत से अधिक होने के फलस्वरूप पिटकुल को प्राप्त होने वाली प्रोत्साहन धनराशि के एक तिहाई भाग को विद्युत टैरिफ में छूट के रूप में सीधे दिये जाने से विद्युत उपभोक्ताओं को लाभ प्राप्त हो रहा है। इस अवसर पर अपर सचिव मनमोहन मैनाली, निदेशक पिटकुल जी.एस. बुदियाल, एके जुयाल, अरूण सबरवाल, मनोज कुमार श्रीमती शालू जैन, श्री पंकज कुमार मुख्य रूप से मौजूद रहे।