Alarm bells for the people of Punjab! First frost warning, situation becoming serious
जालंधर: पहाड़ों में बर्फबारी से समूचा उत्तर भारत शीत लहर की चपेट में आ चुका है, वहीं पंजाब-हरियाणा में ग्राऊंड फ्रॉस्ट (जमीन पर पाला पड़ने से पानी को जमा देने) की संभावना जारी करते हुए रैड अलर्ट घोषित किया गया है। मौसम विभाग चंडीगढ़ के अनुसार 13 जनवरी को कई स्थानों पर कोल्ड वेव की संभावना जताई है। इससे बचाव के लिए जितना संभव हो सके घर के अंदर रहे और धुंध दौरा यात्रा कम से कम करें। वहीं 14 से 16 जनवरी तक रात-सुबह के समय दौरान घने कोहरा रहेगा।
सर्दी के इस सीजन में पहली बार ग्राउंड फ्रॉस्ट की चेतावनी जारी हुई हैं। ग्राउंड फ्रॉस्ट का मतलब वस्तुओं और पेड़-पौधों पर पानी जमाकर बर्फ बना देने से संबंधित हैं। पंजाब के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 3-4 डिग्री तक की गिरावट होने से हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ने लगी है। वहीं, अगले कुछ दिनों के लिए घने से घना कोहरा पड़ने की स्थिति बनी हुई है जिससे जन-जीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त होने की संभावना है।
सप्ताह की शुरूआत में हवाओं का रुख बदलने से पंजाब का मौसम शुष्क होने के साथ सामान्य होना शुरू हुआ था जिसके चलते मौसम विभाग द्वारा पंजाब को ग्रीन जोन घोषित किया गया था। कुफरी सहित कई इलाकों में गत दिनों हुई बर्फबारी का सीधा असर मैदानी इलाकों पर पड़ा है। इसी के चलते पंजाब में फिर से शीत लहर का प्रकोप देखने को मिल रहा है। रैड अलर्ट के बीच अमृतसर व बठिंडा में न्यूनतम तापमान 2 डिग्री से नीचे आ चुका है जबकि अधिकतम तापमान भी 10 डिग्री से नीचे दर्ज हुआ है। पिछले दिनों न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के पास पहुंच चुका था जबकि अब अधिकतम तापमान का 10 डिग्री से नीचे आ जाना ठंड के सितम को बयां कर रहा है। मौसम विभाग द्वारा अगले दिनों में ठंड के भारी प्रकोप की ओर इशारा किया गया है।