क्या बिहार विधानसभा में ‘साथ निभाएंगे तेजस्वी’ या नीतीश हासिल करेंगे बहुमत?

Will ‘Tejashwi support’ in Bihar Assembly or will Nitish get majority?

बिहार में आज होने वाले फ्लोर टेस्ट को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज है. पूर्ण सत्र से पहले सभी दल अपने विधायकों को एकजुट रखने की कोशिश कर रहे हैं। सियासी शह-मात के बीच कल रात जेडीयू नेता विजय चौधरी के घर पर रात्रिभोज का आयोजन किया गया, जबकि तेजस्वी के आवास पर महागठबंधन के विधायकों ने शतरंज, क्रिकेट और गिटार खेला. बीजेपी विधायकों को प्रशिक्षण शिविर के लिए गया भेजा गया है और कांग्रेस पहले ही अपने विधायकों को हैदराबाद भेज चुकी है.

एनडीए के पक्ष में बहुमत सिद्ध होगा ( Majority will be proved in favor of NDA)

विधानसभा में जदयू एमएलसी और मुख्य वक्ता नीरज कुमार ने कहा कि मेला का आयोजन होगा, बहुमत एनडीए के पक्ष में है और सुप्रीम कोर्ट के आदेश की गलत व्याख्या करने का संदेह है. एक बार जब स्पीकर को विश्वास मत प्राप्त हो जाएगा, तो उसे कुर्सी से हटा दिया जाएगा। सभापति उपसभापति होंगे. सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि विधानसभा अध्यक्ष उन्हें हटाने के प्रस्ताव की अध्यक्षता नहीं कर सकते। उनकी जगह उपसभापति अध्यक्षता करेंगे.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सभी जदयू विधायकों को लेकर विधानसभा पहुंचे। उन्होंने हाथ जोड़ कर सभी का अभिनंदन किया। इसके बाद उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा समेत सभी भाजपा विधायक भी विधानसभा पहुंचे। भाजपा विधायकों ने विक्ट्री का साइन दिखाया। वह दावा कर रहे हैं फ्लोर टेस्ट में एनडीए बहुमत साबित कर देगी।

राजद विधायक बोले- एक्सलरेटर तो उनके हाथ में ही है. ( RJD MLA said – The accelerator is in his hands only)

तेजस्वी यादव के आवास के बाहर समर्थकों ने प्रदर्शन किया. वह तेजस्वी का समर्थन करते हैं और नीतीश सरकार के खिलाफ नारे लगाते हैं. बिहार के ऐतिहासिक गौरव को दुनिया के सामने लौटाने के लिए तेजस्वी यादव की जरूरत है. इस बीच, विधायक सुरेंद्र राम ने कहा कि भले ही तेजस्वी यादव देशद्रोही तख्तापलट के कारण अब सत्ता में नहीं हैं, लेकिन गैस अभी भी उनके हाथ में है. नीतीश कुमार अगर रोजगार सृजन की गति को धीमा करना भी चाहें तो नहीं कर सकते.

जदयू ने अंतिम तैयारी कर ली, राजद वाले निकलने लगे ( JDU made final preparations, RJD people started leaving

बहुमत परीक्षण के लिए दोनों क्षेत्रीय दलों राजद और जदयू में असल रार मची है। दोनों का दावा अपने विधायकों के साथ रहने और सामने वाले के टूटने का है। ऐसे में अब यह खबर आ रही है कि जदयू ने जहां-तहां से अपने विधायकों का पता लगाते हुए उन्हें समेट लिया है। ट्रांसफर-पोस्टिंग में अपनी नहीं चलने पर गुस्साए एक विधायक को झारखंड से खोजकर मंगा लिया गया है। पति की बीमारी के बारे में जानकारी देकर गायब विधायक भी पहुंच में हैं। देखना है कि विधानसभा में कौन आता है और किधर रहता है। इधर, राजद में लालू प्रसाद यादव के विश्वसनीय विधायक तेजस्वी आवास से पहले निकलने लगे हैं। भाई वीरेंद्र निकल चुके हैं।

तेजस्वी सारे विधायकों को साथ लेकर निकलेंगे ( Tejashwi will leave with all the MLAs)

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार के साथ 128 और महागठबंधन के पास 114 विधायकों का समर्थन है, लेकिन फ्लोर टेस्ट में असली ताकत का पता चलेगा। ऐसे में पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपने विधायकों को साथ लेकर अपने आवास से निकलेंगे। रात में सभी ने एक साथ बैठकर खाना खाया था। सुबह नाश्ते से पहले राजद विधायक चेतन आनंद अपने घर गए। वैसे, राजद का दावा है कि सभी विधायकों को साथ लेकर तेजस्वी साढ़े दस बजे अपने आवास से विधानसभा के लिए निकलेंगे।

कोई विधायक विपक्ष की डूबती नाव पर नहीं जाएगा ( No MLA will board the sinking boat of the opposition)

पूर्व उपमुख्यमंत्री और सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि विधानसभा में एकजुट एनडीए बहुमत सिद्ध करेगा और “खेला होने का” झूठ तार-तार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए लोकसभा चुनाव में 400 पार का लक्ष्य पाकर तीसरी बार सरकार बनाने के आत्मविश्वास से भरा है, उस समय बिहार में एनडीए का कोई भी विधायक विपक्ष की डूबती नाव पर क्यों सवार होना चाहेगा?

राजद ने कहा- हम डरने या झुकने वाले नहीं हैं ( RJD said- We are not going to be afraid or bow down)

रविवार मध्य रात्रि को फिर सैकड़ों पुलिस बल तेजस्वी आवास पहुंचने पर राष्ट्रीय जनता दल ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है। राजद ने सोशल मीडिया पर लिखा कि नीतीश कुमार ने सरकार जाने के डर से हजारों की संख्या में पुलिस भेज तेजस्वी जी के आवास को चारों तरफ़ से घेर लिया है। ये किसी भी तरह से किसी भी बहाने आवास के अंदर घुस कर विधायकों के साथ अप्रिय घटना करना चाहते है। बिहार की जनता नीतीश कुमार और पुलिस के कुकर्म देख रही है। याद रहे हम डरने और झुकने वालों में से नहीं है। ये वैचारिकी का संघर्ष है और हम इसे लड़ेंगे और जीतेंगे क्योंकि बिहार की न्यायप्रिय जनता इस पुलिसिया दमन का प्रतिकार करेगी।