Know in which state Maruti Suzuki will make electric cars, investment of Rs 35,000 crore
भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड गुजरात में अपना दूसरा प्लांट खोलेगी। यह बात सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष तोशीरो सुजुकी ने गुजरात में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (गुजरात ग्लोबल समिट 2024) के दौरान कही। हम आपको बता दें कि मारुति सुजुकी इस प्लांट में करीब 35,000 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। इसके अलावा इस साल के अंत तक एक इलेक्ट्रिक कार भी बाजार में आ जाएगी।
सालाना प्रोडक्शन बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही Maruti Suzuki ( Maruti Suzuki is aiming to increase annual production)
सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के प्रेसिडेंट तोशिरो सुजुकी ने कहा- हमारा मकसद 2030-31 तक अपनी सालाना प्रोडक्शन कैपेसिटी को बढ़ाना है। हमारा टारगेट इसे बढ़ाकर 40 लाख यूनिट तक ले जाना है। बता दें कि मारुति सुजुकी इंडिया में सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन की हिस्सेदारी 58 प्रतिशत है।
Maruti Suzuki के नए प्लांट में बनेंगी 10 लाख यूनिट ( 10 lakh units will be made in Maruti Suzuki’s new plant)
मारुति सुजुकी के प्रेसिडेंट तोशिरो सुजुकी ने कहा- नए प्लांट से हम हर साल 10 लाख यूनिट का प्रोडक्शन चाहते हैं। ये प्लांट चालू होने के बाद गुजरात से कंपनी की सालाना प्रोडक्शन बढ़कर 20 लाख यूनिट तक पहुंच जाएगा। हम भारत मे अपनी कारों का प्रोडक्शन 40 लाख यूनिट प्रतिवर्ष तक करना चाहते हैं।
जानें कब तक शुरू हो सकता है Maruti का नया प्लांट ( Know when Maruti’s new plant can start)
मारुति सुजुकी के नए प्लांट की शुरुआत वित्त वर्ष 2028-29 तक होने की उम्मीद है। फिलहाल मारुति सुजुकी के हरियाणा और गुजरात में दो मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट हैं, जिनकी कुल प्रोडक्शन कैपेसिटी हर साल करीब 22 लाख यूनिट की है। भारत में कारों का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए कंपनी 11 हजार करोड़ रुपये के निवेश के साथ दिल्ली के पास सोनीपत में एक नया मैन्युफैक्चरिंग प्लांट भी लगाने जा रही है।
2024 के आखिर तक लॉन्च होगी मारुति की EV ( Maruti’s EV will be launched by the end of 2024)
बता दें कि भारत फिलहाल दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल हब बन चुका है। सुजुकी ने ये भी बताया कि मारुति सुजुकी की पहली इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) 2024 के आखिर तक लॉन्च की जा सकती है। इस मॉडल की बिक्री भारत के अलावा जापान और कुछ यूरोपीय देशों में भी हो सकती है।