ऊर्जा भवन पर फूटा इंजीनियरों का गुस्सा, प्रबंधन पर वादाखिलाफी का आरोप लगा किया विरोध प्रदर्शन

उत्तराखंड कर्मचारी हलचल
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– प्रदर्शनकारियों ने प्रबंधन पर लगाया बेमतलब पदोन्नति लटकाने का आरोप

– इंजीनियरों के आंदोलन को देख प्रबंधन ने छह माह के लिए बढ़ाया एस्मा

जनपक्ष टुडे संवाददाता, देहरादून।  इलीजिबल होते हुए भी बगैर प्रमोशन के साथी इंजीनियर के रिटायर होने पर वेडनसडे को ऊर्जा निगम मुख्यालय में इंजीनियरों का गुस्सा फूट पड़ा. आक्रोशित इंजीनियरों ने ऊर्जा भवन में एमडी के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया.

डायरेक्टर प्रोजेक्ट अजय अग्रवाल को ज्ञापन सौपते एसोसिएशन के पदाधिकारी। 

ऊर्जा निगम मुख्यालय में आयोजित धरने को सम्बोधित करते हुए

उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन (यूपीजेईए) के केंद्रीय महासचिव पवन रावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रबंधन सहायक अभियंता से अधिशासी अभियंता के पदों पर वरिष्ठता सूची का विवाद बता इंजीनियरों को आपस में लड़ा कर पदोन्नति नहीं कर रहा है, लेकिन सच यह है कि किसी भी न्यायालय ने पदोन्नति को लेकर कोई स्थगनादेश नहीं है.

उन्होंने कहा कि एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य एसपी कुडिय़ाल प्रबंधन की हठधर्मिता के चलते बिना प्रोन्नति के ही सेवानिवृत्त हो गए, जबकि  एसोसिएशन से वार्ता में प्रोन्नति को लेकर आश्वासन दिए जाते रहे. जबकि तत्कालीन वरिष्ठता सूची में उनसे कनिष्ठ सदस्यों को भी प्रोन्नति का लाभ प्रदान किया गया है.

लड़ेंगे आर-पार की लड़ाई
केन्द्रीय केन्द्रीय अध्यक्ष जेसी पंत ने कहा कि एसोसिएशन अपने एक वरिष्ठ सदस्य एवं विभागीय कार्मिक के साथ हुए इस पक्षपातपूर्ण व्यवहार की घोर भत्र्सना करता है. उन्होंने इसे सहायक अभियंता कुडिय़ाल का उत्पीडऩ करार दिया.  उन्होंने कहा कि अब न्याय पाने के लिए आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी. प्रबंधन अवर अभियंता संवर्ग के साथ एकतरफा पक्षपातपूर्ण कार्यवाही कर रहा है.

15 दिन का दिया अल्टीमेटम
प्रबंधन को दिए ज्ञापन में मांग की गई है कि शासन स्तर पर उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाए, जिससे तीनों निगमों में सेवा नियमावली का एक जैसा क्रियान्वयन हो. वर्ष 2018 में जिन सहायक अभियंताओं की प्रोन्नति एसीआर की वजह से रह गयी उनकी प्रोन्नति 2018 से ही की जाये.

साथ ही उन्होंने मांग की कि मानव संसाधन विभाग में अभियंताओं के स्थान पर कार्मिक एवं विधि विशेषज्ञों की तैनाती की जाए. बाद में धरने पर पहुंचे डायरेक्टर प्रोजेक्ट अजय अग्रवाल को मांग पत्र सौंपा गया, जिसमें 15 फरवरी तक मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने पर 16 से ऊर्जा भवन में धरना प्रदर्शन शुरू करने की चेतावनी दी गई है.

ये  इंजीनियर रहे मौजूद

विरोध प्रदर्शन में एसोसिएशन के आजीवन संरक्षक जीएन कोठियाल, एस पी कुड़ियाल, रविन्द्र सैनी, के डी जोशी, सुनील पोखरियाल, रामकुमार, आलोक चौहान, शशिकांत, राहुल अग्रवाल, संतोष बड़ोनी, नवनीत चौहान, विमल कुलियाल, मनोज कंडवाल, मनोज रावत, प्रमोद भंडारी, मनीष पांडे, राजीव खर्कवाल, संजय कुमार, गजेन्द्र चौहान, हरीश बल्लभ, अंशुल ध्यानी, शीतल सैनी, सपना, विक्रम राणा, सन्तोष डबराल,पंकज थपलियाल, विनीत गुप्ता, बबलू सिंह के अलावा एसोसिएशन के कई पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद रहे।