– वार्ता में जीएम एचआर के कोर्ट से प्रमोशन आर्डर लाने के बयान पर भड़के अभियंता, जीएम दफ्तर पर धरने पर बैठे
– बोले अभियंता, प्रमोशन अधिकार है हमारा, कोई खैरात में नहीं मांग रहे, कोर्ट के ऑर्डर के तीन साल में नहीं किया प्रमोशन
जनपक्ष टुडे संवाददाता, देहरादून। प्रमोशन को लेकर आक्रोशित सहायक अभियंता आज शाम को वार्ता के लिए एमडी दफ्तर पहुंचे लेकिन एमडी के मौजूद न होने पर वह जीएम एचआर केबी चौबे के कार्यालय पहुंचे। इस दौरान अभियंताओं ने पीएसटी के आदेश का अनुपालन नहीं करने का उनसे कारण पूछा, तो उनके द्वारा कोई ठोस जबाव नहीं दिया गया, जिस पर अभियंताओं ने भारी आक्रोश जताया और निगम प्रबन्धन पर तानाशाही रवैये अख्तियार करने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान जीएम एचआर ने अभियंताओं को प्रमोशन के ऑर्डर कोर्ट से लाने को कहा, जिस पर अभियंता भड़क गए। जीएम एचआर के नकारात्मक रवैये से आक्रोशित अभियंता उनके दफ्तर पर ही दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए। इस दौरान अभियन्ताओं ने जीएम एचआर को खूब खरी-खोटी सुनाई।
उत्तरांचल पावर इंजीनियर्स एसोशिएशनके महासचिव अमित रंजन ने ऊर्जा निगम प्रबंधन पर सहायक अभियंताओं के प्रमोशम को लंबे डमी से जबरन रोकने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ निगम के जीएम एचआर कोर्ट जाने को उकसा रहे हैं वहीं दूसरी ओर 2019 में कोर्ट के ऑर्डर को नहीं मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
अमित रंजन ने कहा कि 2019 के पब्लिक सर्विस ट्रिब्यूनल (पीएसटी) के ऑर्डर के अनुपालन नहीं होने कारण पुनः अभियंताओं द्वारा पीएसटी के ऑर्डर को लागू करने के लिए वाद दायर किया। जिसके फलस्वरूप पीएसटी ने अपने आर्डर को शीघ्र लागू करने के लिए निगम प्रबनफहन को आदेशित किया, लेकिन बावजूद इसके अभी तक निगम प्रबन्धन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं कि गई, जिसके विरोध में अभियंताओं द्वारा गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया। खबर लिखे जाने तक धरना जारी था।
इस दौरान केन्डतीय उप महासचिव बीएस पंवार, केंद्रीय कार्यवाहक महासचिव पवन नारायण रावत, प्रांतीय अध्यक्ष केडी जोशी, केंद्रीय उपाध्यक्ष, जगपाल सिंह, मनोज रावट,मनीष पांडे, सुनील पोखरियाल, केंद्रीय उपाध्यक्ष राहुल अग्रवाल समेत कई अभियंता मौजूद रहे।