इंजीनियर हेम चंद्र जोशी 42 साल की लम्बी सेवा के बाद रिटायर, कार्मिकों ने दी भावभीनी विदाई

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– पेयजल निगम कार्यालय परिसर में आयोजित समारोह में फूलमालाओं से सम्मानित कर ढोल-नगाड़ों के साथ अधिशासी अभियंता हेम जोशी को दी गई नम आंखों से विदाई 

– विदाई समारोह में बोलते-बोलते भावुक हुए श्री जोशी, बोले, कभी नहीं भूल पाएंगे विभागीय अफसरों और सहकार्मिकों का सहयोग और मार्गदर्शन 

जनपक्ष टुडे ब्यूरो, देहरादून: उत्तराखंड पेयजल निगम में 42 साल की लम्बी सेवा के बाद हेम चंद्र जोशी शनिवार 30 सितंबर को अधिशासी अभियंता के पद से रिटायर हो गए हैं। वह देहरादून में दून डिवीजन में दो साल से अधिक समय तजक रहे। इससे पूर्व उन्होंने कई डिवीजनों में सेवा दी। उनके रिटायर होने पर विभागीय कार्मिकों ने राजेंद्र नगर स्थित निगम कार्यालय परिसर में विदाई समारोह आयोजित किया। समारोह में फूल मालाओं और पुष्पगुच्छ से सम्मानित कर बधाई दी। बाद में उन्हें उन्हें सपरिवार ढोल नगाड़ों के साथ नम आंखो विदाई दी । इस दौरान श्री जोशी भी भावुक हो उठे। भावुकता के इस माहौल के बीच सभी ने उन्हें गले लगाकर खुशी-खुशी विदा किया। उधर, श्री जोशी के रिटायर होने पर विभाग ने निगम प्रबंधन ने अधिशासी अभियंता के पद पर नई तैनाती नहीं की है। जबकि दून में पोस्टिंग के लिए मारामारी रहती है। हालांकि इसके पीछे कई वजह बताई जा रही है।

डिवीजन कार्यालय ंव आयोजित विदाई समारोह में मंचासीन अतिथि और पांडाल में उपस्थित अधिकारी और कर्मचारीगण। 
समारोह को सम्बोधित करते प्रबंध निदेशक सुरेश चंद्र पंत। 

हर हकदार अफसर-कर्मचारी को मिलना चाहिए सम्मान: पंत 

पेयजल निगम के प्रबंध निदेशक एससी पंत ने श्री जोशी को रिटायरमेंट की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विभाग उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा। उन्होंने कहा कि काम तो हर अधिकारी और कर्मचारी करते हैं, लेकिन जो सामर्थ्य से अधिक योगदान करते हैं उन्हें ही याद किया जाता है। श्री जोशी भी उन्हीं में से एक हैं।प्रबंध निदेशक ने कहा कि श्री जोशी हमेशा काम के प्रति अलर्ट रहे हैं। उन्होंने कई पेयजल पंपिंग, सीवरेज और ड्रीनेज योजनाओं को बड़ी सफलता के साथ संपादित किया है। उन्होंने भव्य तरीके से विदाई समारोह के आयोजन कि सराहना करते हुए कहा कि जो भी अधिकारी और कर्मचारी हकदार है उन्हें अवश्य सम्मान मिलना चाहिए।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते मुख्य अभियंता संजय सिंह। 

अनुभवों का मिलना चाहिए लाभ 

चीफ इंजीनियर गढ़वाल और मुख्यालय संजय सिंह ने कहा कि उन्हें नहीं लगा कि श्री जोशी इतनी जल्दी रिटायर होगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री जोशी के कार्य, पंचवलिटी और फेस कहीं से भी रिटायर होने उम्र नहीं लगती। उनकी सेवा के 5 साल और बढ़ाए जाने चाहिए, ताकि उनके अनुभवों का निगम को लाभ मिले। उन्होंने कहा कि अनुभवी अफसर और कर्मचारियों का निगम को हमेशा सहयोग लेना चाहिए।

समारोह को सम्बोधित करते चेयरमैन संघर्ष समिति, पेयजल निगम अरविन्द सिंह सजवाण। 

ईमानदारी के साथ कार्य के प्रति रहे हमेशा निष्ठावान 

इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता प्रवीण कुमार राय, जीएम मिशा सिन्हा, एसई डीके सिंह, चेयरमैन संघर्ष समिति और अधिशासी अभियंता अरविन्द सजवाण, अधिशासी अभियन्ता सचिन कुमार और डिप्लोमा इंजीनियर संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामकुमार आदि ने भी श्री जोशी को पुष्पगुच्छ भेंट करते हुए विचार व्यक्त किए। कहा कि श्री जोशी मिलनसार, मधुरभासी, सौम्य और सूझ-बुझ वाले अफसर थे। उन्होंने पूरे सेवाकाल में विभाग को हर कीमती वक़्त दिया है। श्री जोशी उन अफसरों में सुमार है जो ईमानदारी और कार्य के प्रति निष्ठा के लिए जाने जाते हैं। इस दौरान उनके द्वारा अब तक सम्पादित कराए गए निर्माण कार्यों को भी प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रदर्शित किया गया।

अपने रिटायरमेंट पर विचार रखते अधिशासी अभियंता श्री जोशी

कभी नहीं भूल पाऊंगा उच्चाधिकारियों का मार्गदर्शन और सहकर्मियों का सहयोग 

हेम चंद्र जोशी ने कहा कि वह 42 साल कि लम्बी सेवा अवधि के बाद सेवानिवृत्त हो रहे हैं। कहा कि पेयजल निगम मेरा दूसरा परिवार है, जिसे आज छोड़ने में मुझे बेहद दुःख महसूस हो रहा है, लेकिन खुशी इस बात की है कि वह बेदाग़ के साथ ही इस तरह से सम्मानपूर्वक विदा होगा रहे हैं। श्री जोशी ने कहा कि उन्हें दर्जनों जगह पर सेवा का मौका मिला है। इस दौरान उन्हें उच्चाधिकारियों के साथ ही सह कर्मियों का जो साथ मिला है। वह उनके लिए अविस्मरणीय रहेगा। 1982 से लेकर अब तक सेवा का फ्लैश बैक को याद करते हुए वह काफी भावुक होगा उठे। उन्होंने कहा कि जो सेवा में आता उसे रिटायर होना है यह पूर्वनिर्धारित है, लेकिन इस अवधि में जो विभागीय अफसरों और कर्मचारियों का स्नेह, सहयोग और मार्गदर्शन मिला वह हमेशा मुझे जीवन पर्यन्त विभाग कि याद दिलाता रहेगा। कहा कि विभाग को ज़ब कभी भी उनकी जरूरत होगी वह हमेशा सहयोग के लिए तैयार रहेंगे।

42 साल की लम्बी सेवा के बाद भी नहीं दाग

बहुत कम अफसर-कर्मचारी होंगे जिन्हे सरकारी सेवा में 42 साल काम करने का मौका मिलता है। बहुत सारी लोग सेवा अवधि में कई दाग लेकर रिटायर होते है, लेकिन हेम जोशी उन अफसरों में से एक हैं, जिनकी 42 साल की सेवा में एक भी दाग नहीं लगा है। उन्होंने पूरी ईमानदारी और कार्य के प्रति लगनशील होकर काम किया। निगम की जीएम मिशा सिन्हा, अधीक्षण अभियंता डीके सिंह, आधिशासी अभियंता दीपक नौटियाल, जल संस्थान के अधिशासी अभियंता आशीष भट्ट आदि ने कहा कि आज पालिटिक्स के साथ ही पब्लिक का प्रेशर रहता है। ऐसे माहौल में काम करना और स्वच्छ छवि के साथ बेदाग़ होकर सेवानिवृत्त होना किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है।

कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद कार्मिकों के संग झूमते श्री जोशी। 

विदाई समारोह में डीजे की धुन पर जमकर झूमे 

समारोह सम्पन्न होने के बाद विभागीय अधिकारी और कर्मचारी जमकर झूमे। हेम जोशी भी रिटायरमेंट की खुशी के इस मौके खूब नाचे और झूमें। बाद में सभी ने मिठाई और जलपान किया। कार्यक्रम में हेम जोशी की पत्नी वंदना जोशी, बेटी श्रेया, एसई जीपी सिंह, अधिशासी अभियंता कंचन रावत, दीक्षा नौटियाल, संदीप कश्यप, रविंद्र बिष्ट, स्मार्ट सिटी के एजीम केपी चमोला, गिरीश पुंडीर, सहायक अभियंता प्रमोद कोठियाल, हरीश शर्मा, गौरव बर्तवाल, आरपी कंसल, सतेन्द्र कुमार, पवन कुमार, संदीप मित्तल, गौरव लाम्बा समेत दर्जनों अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन इंजीनियर भीम निराला ने किया। रिटायरमेंट की शाम घर लौटने पर परिवारजनों, रिश्तेदारों, शुभचिंन्तकों और मोहल्लेवालों ने श्री जोशी का फूल मालओं से स्वागत कर उन्हें सकुशल सेवानिवृत्ति की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

विदाई के मौके पर ढोल नगाड़ों पर थिरकते अधिकारी-कर्मचारी।