बड़ी राहत: पिथौरागढ़ और चंपावत की 8 लाख आबादी की लो वोल्टेज-ट्रिपिंग की समस्या खत्म

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– पिटकुल के प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी ने किया कुमाऊं के कई बिजली घरों का निरीक्षण, अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश
जनपक्ष टुडे ब्यूरो, पिथौरागढ़/देहरादून: पिटकुल की बहुप्रतीक्षित पिथौरागढ़-लोहाघाट (चंपावत) ट्रांसमिशन लाइन ऊर्जीकृत हो गई है. इससे कुमाऊं मंडल की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था और मजबूत हो जाएगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने थर्सडे को इस 42 किमी लंबी ट्रांसमिशन लाइन का लोकार्पण करते हुए पब्लिक को समर्पित किया है. इस लाइन के ऊर्जीकृत होने से अब पिथौरागढ़ और चंपावत जिले की करीब 8 लाख की आबादी को ब्रेकडाउन और लो वोल्टेज  की समस्या समाप्त हो जाएगी.सभी क्षेत्रों में निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी.
पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन आफ उत्तराखंड लिमिटेड (पिटकुल) के प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी ने बताया कि इस ट्रांसमिशन लाइन पर 82 करोड़ के करीब खर्च हुए हैं. 42 किमी. इस लाइन में 158 टावर स्थापित किए गए हैं. उन्होंने बताया कि अन्य निर्माणाधीन बिजली परियोजनाओं को भी सीएम पुष्कर सिंह धामी और सचिव ऊर्जा आर. मीनाक्षी सुंदरम के नेतृत्व में निर्धारित समय पर पूरा करने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि जनता को इसका लाभ मिल सके।
एचटी लाइन निर्माण से मिलेगी निर्बाध बिजली आपूर्ति
पिटकुल के एमडी पीसी ध्यानी ने बताया कि 220/132 केवी लाइन विद्युत उपकेंद्र पिथौरागढ़ (पावरग्रिड) से निकलकर प्रस्तावित 132 केवी उपकेंद्र लोहाघाट (पिटकुल) तक जाती है. विद्युत ट्रांसमिशन लाइन को पिटकुल की ओर से बीते 2 जून को 132 केवी पर ऊर्जीकृत किया गया है. पूर्व में चंपावत की विद्युत आपूर्ति उत्तराखंड पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) की ओर से 33 केवी विद्युत लाइन पर की जा रही थी, जो कि जंगल-नदी एवं अत्यंत दुर्गम क्षेत्रों से गुजर रही थी और ब्रेकडाऊन होने की दशा में विद्युत आपूर्ति सुचारू करने में अत्यधिक समय लगता था. इससे पिथौरागढ़ की 5 लाख और चंपावत की 3 लाख आबादी को निर्बाध बिजली आपूर्ति हो मिलेगी.
लाइन लॉस में आएगी भारी कमी
उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग के अनुमोदन के अनुसार प्रस्तावित 132 केवी उपकेंद्र लोहाघाट (पिटकुल ) के निर्माण पूर्ण होने तक उक्त पारेषण लाइन को उत्तराखंड पावर कार्पोरेशन के उपयोग के लिए 33 केवी विद्युत विभव पर ऊर्जीकृत किया गया है, जिससे ब्रेकडाउन की संख्या लगभग शून्य हो गई है और लाइन लॉस में काफी कमी आई है. बताया कि अब पिथौरागढ और चंपावत जिले में विद्युत आपूर्ति और सु²ढ़ हो गई है और गांव-गांव तक निर्बाध आपूर्ति हो रही है.
एमडी ने किया कई बिजली घरों का निरीक्षण, अव्यवस्थाओं प्र लगाए अफसरों को फटकार 
लोकार्पण कार्यक्रम से निपटने के बाद पिटकुल के एमडी पीसी ध्यानी ने पिथौरागढ़ सब स्टेशन के साथ ही कई सब स्टेशनों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बिजली सप्लाई में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जहां सिस्टम दुरूस्त नहीं होगा वहां पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. उन्होंने कहा कि सीएम धामी के निर्देशन में पिटकुल को नई दिशा मिली है, जिसे और बढ़ाने के लिए बिजली व्यवस्थाएं चाक-चौबंद होनी चाहिए. उन्होंने अफसरों को चेताया कि अच्छा कार्य करने पर प्रोत्साहित किया जाएगा, लेकिन लापरवाही प्र कतई बक्शा नहीं जाएगा।
योजना पर एक नजर
82 करोड़ से हुआ योजना का निर्माण
42 किमी. लंबी है ट्रांसमिशन लाइन
158 टावर हैं पूरे प्रोजेक्ट में
08 लाख आबादी को मिलेगा लाभ
05 लाख है पिथौरागढ़ की पॉपुलेशन
03 लाख है चंपावत की आबादी
नव नर्मित पिथौरागढ़-लोहाघाट हाईटेशन लाइन का निर्माण पूरा होने पर जनता को समर्पित किया गया है. इससे जहां लाइन लॉस में कमी आएगी वहीं क्षेत्र में ट्रिपिंग और लो वोल्टेज की समस्या दूर होगी. इस लाइन के निर्माण से पिथौरागढ़ और चम्पावत क्षेत्र को निर्बाध बिजली मिलेगी। साथ बार-बार होने वाले ब्रेकडाउन से बड़ी राहत मिलेगी. सीएम पुष्कर सिंह धामी और सचिव ऊर्जा आर. मीनाक्षी सुंदरम के नेतृत्व में पावर सेक्टर तेजी से डेवलप हो रहा है।

पीसी ध्यानी, प्रबंध निदेशक , पिटकुल